Shodashi Secrets
Wiki Article
दिव्यौघैर्मनुजौघ-सिद्ध-निवहैः सारूप्य-मुक्तिं गतैः ।
एकस्मिन्नणिमादिभिर्विलसितं भूमी-गृहे सिद्धिभिः
Though the specific intention or importance of this variation could fluctuate according to particular or cultural interpretations, it may generally be understood as an extended invocation of your mixed Vitality of Lalita Tripurasundari.
यहां पढ़ें त्रिपुरसुन्दरी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र संस्कृत में – tripura sundari ashtottarshatnam
Her type is alleged to get by far the most attractive in the many 3 worlds, a elegance that isn't basically physical and also embodies the spiritual radiance of supreme consciousness. She is frequently depicted as being a resplendent sixteen-12 months-old Lady, symbolizing Everlasting youth and vigor.
ईड्याभिर्नव-विद्रुम-च्छवि-समाभिख्याभिरङ्गी-कृतं
षोडशी महाविद्या प्रत्येक प्रकार की मनोकामनाओं को पूर्ण करने में समर्थ हैं। मुख्यतः सुंदरता तथा यौवन से घनिष्ठ सम्बन्ध होने के परिणामस्वरूप मोहित कार्य और यौवन स्थाई रखने हेतु इनकी साधना अति उत्तम मानी जाती हैं। त्रिपुर सुंदरी महाविद्या संपत्ति, समृद्धि दात्री, “श्री शक्ति” के नाम से भी जानी जाती है। इन्हीं देवी की आराधना कर कमला नाम से विख्यात दसवीं महाविद्या धन, सुख तथा समृद्धि की देवी महालक्ष्मी है। षोडशी देवी का घनिष्ठ सम्बन्ध अलौकिक शक्तियों से हैं जोकि समस्त प्रकार की दिव्य, अलौकिक तंत्र तथा मंत्र शक्तियों की देवी अधिष्ठात्री मानी जाती हैं। तंत्रो में उल्लेखित मारण, मोहन, वशीकरण, उच्चाटन, स्तम्भन इत्यादि जादुई शक्ति षोडशी देवी की कृपा के बिना पूर्ण नहीं होती हैं।- षोडशी महाविद्या
तरुणेन्दुनिभां वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥२॥
Her story features read more legendary battles in opposition to evil forces, emphasizing the triumph of excellent more than evil as well as the spiritual journey from ignorance to enlightenment.
लक्ष्या या चक्रराजे नवपुरलसिते योगिनीवृन्दगुप्ते
चक्रे बाह्य-दशारके विलसितं देव्या पूर-श्र्याख्यया
Shodashi’s influence promotes instinct, assisting devotees access their inner wisdom and acquire have faith in within their instincts. Chanting her mantra strengthens intuitive skills, guiding folks toward choices aligned with their maximum very good.
The intricate romance in between these groups and their respective roles during the cosmic buy is actually a testament towards the loaded tapestry of Hindu mythology.
पञ्चब्रह्ममयीं वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥५॥